Wednesday, June 18, 2008
sudhir in chandigarh
सोहणी सिटी चंडीगढ़ में तलाक के मामले तेजी से बढे़ हैं। अदालत में तलाक की अजिॆयों की संख्या पिछले कुछ वषोॆं के मुकाबले तीन गुना बढ़ गई हैं। सचमुच यह चिंता का विषय है। माता-पिता के अहंकार के बीच बचपन पिस रहा है। समाजशास्त्रियों का कहना है कि तलाक बढ़ने के पीछे कई कारण है। इनमें सबसे बड़ा तो यह कि अब रिश्ते तय करने में परिवारों की भूमिका सीमित हो गई है। लड़की-लड़का मिल कर शादी तय करते हैं। ऐसे में जब दोनों अलग होने का फैसला करते हैं तो परिवार रिश्ते बचाने के लिए आगे नहीं आ पाता। मनोचिकित्सकों की इस संबंध में राय अलग है। उनका कहना है कि महिलाएं अब आत्मनिभॆर हो रही हैंं। वे अपने फैसले खुद लेने लगी हैं। वे ज्यादा मुखर भी हो गई हैं। इसलिए पुरुषों की सामंतवादी प्रवृति अब नहीं चलने वाली। तलाक तभी रुक सकते हैं जब पुरुष बदलें।
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